विचार क्रान्ति का नया जीवन दर्शन - युग निर्माण सत्संकल्प
विचारों को चेतन शक्ति कहा गया है। मनुष्य के विचार ही उसके कर्म में परिणत होते है। विचार शक्ति के कारण ही मनुष्य को सर्वश्रेष्ठ प्राणी होने का गौरव प्राप्त है। अपनी इसी शक्ति का उपयोग करके वह संसार के जटिल से जटिल कार्य को संभव बना सका है। श्रेष्ठ विचार सौभाग्य का द्वार है, निकृश्ट विचार दुर्भाग्य क...
Main Author: | |
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Format: | Article |
Language: | English |
Published: |
Dr. Chinmay Pandya
2016-07-01
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Series: | Dev Sanskriti: Interdisciplinary International Journal |
Subjects: | |
Online Access: | http://dsiij.dsvv.ac.in/index.php/dsiij/article/view/89 |