श्रीअरविन्द के चिन्तन में चेतना की परामनोवैज्ञानिक अवधारणा
श्रीअरविन्द के विचार में चेतना की परामनोवैज्ञानिक अवधारणा सर्वथा नये आयामों में प्रकट हुई है। चेतना के सन्दर्भ में उनके विचार भारतीय चिन्तनधारा की ही विस्तृत अभिव्यक्ति है। उनके चिन्तन में चेतना के विभिन्न प्रचलित अर्थों को नया स्वरूप मिला और उसके सूक्ष्म से सूक्ष्मतर स्तर की अभिव्यक्ति संभव हो सकी...
Main Author: | |
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Format: | Article |
Language: | English |
Published: |
Dr. Chinmay Pandya
2013-07-01
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Series: | Dev Sanskriti: Interdisciplinary International Journal |
Subjects: | |
Online Access: | http://dsiij.dsvv.ac.in/index.php/dsiij/article/view/21 |