कल्प वेदांग में यज्ञ की प्रासंगिकता
वेद वैदिक साहित्य का आधार हैं। वेद चार हैं - ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद। वेदों का सुगमता एवं सरलता से अध्ययन करने के लिए वेदांगो की रचना हुई है; यह 6 वेदांग है – शिक्षा, छंद, व्याकरण, निरुक्त, ज्योतिष और कल्प। वेदविहित कर्मों, यज्ञ संबंधी कर्मकांड तथा विविध संस्कार आदि का जिस शास्त्र में क्र...
Main Author: | |
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Format: | Article |
Language: | English |
Published: |
The Registrar, Dev Sanskriti Vishwavidyalaya
2020-06-01
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Series: | Interdisciplinary Journal of Yagya Research |
Subjects: | |
Online Access: | http://ijyr.dsvv.ac.in/index.php/ijyr/article/view/51 |