श्रीराम शर्मा आचार्य के विचारों में आदर्श नेतृत्व की अवधारणा का अध्ययन

एक कुशल एवं आदर्श नेतृत्व की जरूरत विभिन्न क्षेत्रों में है। आज समय की मांग आंदोलनकारी नेताओं की नहीं, बल्कि ऐसे लोक शिक्षकों के नेतृत्व की है जो जन मानस में जागरण का आलोक उत्पन्न करने का अनवरत् प्रयत्न करने में अथक रूप से लगे रहें। आक्रोश में तोड़-फोड़ हो सकती है व आंदोलन व आवेश विक्षोभ पैदा करते है...

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Bibliographic Details
Main Authors: Krishna Jhare, Megha Pal
Format: Article
Language:English
Published: Dr. Chinmay Pandya 2015-01-01
Series:Dev Sanskriti: Interdisciplinary International Journal
Subjects:
Online Access:http://dsiij.dsvv.ac.in/index.php/dsiij/article/view/50